Tamil Nadu Election : चेन्नई। अन्ना द्रविड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) प्रमुख के. पलानीस्वामी ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन का अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में द्रमुक को 200 सीटें दिलाने का सपना चकनाचूर हो जाएगा। पलानीस्वामी ने कहा कि राज्य भर में उनके द्वारा की जा रही राजनीतिक रैलियों में विशेषकर हरूर विधानसभा क्षेत्र में लोगों की भारी भीड़ स्टालिन के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि अन्नाद्रमुक गठबंधन द्रमुक के लक्ष्य से दस सीट अधिक जीतकर उसे हराएगा।
STORY | AIADMK will shatter Stalin’s dream of winning 200 seats in Assembly poll: Palaniswami
— Press Trust of India (@PTI_News) October 3, 2025
Tamil Nadu Chief Minister M K Stalin’s dream of his DMK winning 200 seats in next year’s Assembly election will be shattered, said AIADMK chief Edappadi K Palaniswami.
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अन्नाद्रमुक महासचिव पलानीस्वामी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ धर्मपुरी जिले के हरूर विधानसभा क्षेत्र में एकत्र हुई भारी भीड़ को देखिए एम के स्टालिन…, लोगों की यह भीड़ इस बात का सबूत है कि अन्नाद्रमुक गठबंधन अगले साल 210 सीटें जीतेगा और आपके 200 सीट जीतने के सपने को चकनाचूर कर देगा।’’
पलानीस्वामी ने दावा किया कि द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले 525 वादे किए थे लेकिन वह घोषणापत्र में दिए गए 10 प्रतिशत वादे भी पूरे नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने लोगों को गुमराह करते हुए दावा किया कि द्रमुक ने 98 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए हैं।

200 से अधिक सीटें जीतना स्टालिन के लिए सिर्फ एक सपना होगा : पलानीस्वामी
अन्नाद्रमुक नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि राजनीतिक यात्रा में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और तमिलनाडु के लोग लोकसभा चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव के बीच अंतर करना जानते हैं। मदुरै के एक निजी मैरिज हॉल में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। विक्रवंडी उपचुनाव का बहिष्कार करने का फैसला हमारा है और चिदंबरम को इसकी जानकारी नहीं है।
पिछले साल इरोड (पूर्व) में हुए उपचुनाव के बारे में कोई बात नहीं करता, जहाँ लोकतांत्रिक प्रक्रिया को तहस-नहस कर दिया गया था और मतदाताओं को अपनी पसंद की कोई आज़ादी नहीं दी गई थी, उन्हें बकरियों की तरह लादकर मतदान केंद्रों तक पहुँचाया गया था। चुनाव आयोग चुप रहा, जबकि सरकारी एजेंसियां सत्तारूढ़ दल का साथ देती रहीं। ऐसे अलोकतांत्रिक माहौल में, हमने उपचुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।”
विक्रवंडी उपचुनाव में डीएमके अपनी पूरी ताकत दिखाएगी। भारी नकदी प्रवाह होगा और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का हनन होगा, इसलिए हम उपचुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का विधानसभा चुनाव में 200 से ज़्यादा सीटें जीतने का सपना पूरा नहीं होगा। पिछले थूथुकुडी लोकसभा चुनाव में डीएमके की कनिमोझी जीती थीं, जबकि विलाथिकुलम विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। उन्होंने आगे कहा, 2026 के विधानसभा चुनावों में हम भारी जीत हासिल करेंगे।