Thursday, August 21, 2025
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Donald Trump: 25 % टैरिफ लगाने के बाद ट्रंप का भारत को एक और झटका, इंडिया की इन 7 कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, बताई ये वजह

US Ban On Indian Companies: अमेरिका ने ईरान के साथ तेल और पेट्रोकेमिकल्स व्यापार में शामिल होने के आरोप में भारत की 7 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कार्रवाई कार्यकारी आदेश (E.O) 13846 के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य ईरान की आर्थिक गतिविधियों और तेल निर्यात को सीमित करना है।

US Ban On Indian Companies: अमेरिका ने भारत की 7 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. उसने इन कंपनियों पर ईरान के साथ तेल और पेट्रोकेमिकल्स के बिजनेस में शामिल होने का आरोप लगाया है. इसके पीछे उसका उद्देश्य ईरान की आर्थिक गतिविधियों पर लगाम और उसके तेल निर्यात पर रोक लगाना है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इसे लेकर भारतीय कंपनियों को कार्यकारी आदेश (E.O) 13846 के तहत प्रतिबंधित किया गया है. आइए इन कंपनियों के बारे में आपको बताते हैं.

कंचन पॉलिमर्स( Kanchan Polymers): अमेरिका का आरोप है कि इस कंपनी ने तानाइस ट्रेडिंग से पॉलीइथिलीन सहित 1.3 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के ईरानी पेट्रो केमिकल्स उत्पादों का आयात और खरीद की है.

रमणिकलाल एस. गोसलिया एंड कंपनी ( Ramniklal s Gosalia and Company): यह कंपनी एक भारत आधारित पेट्रोकेमिकल्स कंपनी है, जिसने जनवरी 2024 और जनवरी 2025 के बीच कई कंपनियों से मेथनॉल और टोल्यूनि सहित 22 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के ईरानी पेट्रो उत्पादों का आयात किया था.

एलकेमिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (Alchemical Solutions PVT LTD): अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस कंपनी ने जनवरी और दिसंबर 2024 के बीच कई कंपनियों से 84 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के ईरानी पेट्रो उत्पादों का आयात और खरीद की है.

जुपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड( Jupiter Dye Chem Private limited): इस कंपनी पर भी अमेरिका की तरफ से बैन लगाया गया है. इस पर आरोप है कि इसने जनवरी 2024 और जनवरी 2025 के बीच कई कंपनियों से 49 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के टोल्यूनि सहित ईरानी मूल के पेट्रो केमिकल्स उत्पाद की खरीद की है.

पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड( Persistent Petrochem PVT LTD): अमेरिका ने इस कंपनी पर भी प्रतिबंध लगाया है. इस पर आरोप है कि इसने अल बरशा समेत कई कंपनियों से लगभग 14 मिलियन डॉलर मूल्य के मेथनॉल जैसे ईरानी मूल के पेट्रोकेमिकल्स प्रोडक्ट्स का इंपोर्ट किया. जिसकी शिपिंग अक्टूबर 2024 और दिसंबर 2024 के बीच में की गई.

ग्लोबल इंडस्ट्रीयल केमिकल्स लिमिटेड( Global Industrial Chemicals Limited): इस कंपनी पर आरोप है कि इसने जुलाई 2024 और जनवरी 2025 के बीच कई कंपनियों से 51 मिलियन डॉलर मूल्य से अधिक के मेथनॉल और ईरानी मूल के पेट्रोकेमिकल प्रोडक्ट्स का इंपोर्ट और खरीद की.

ईएनएसए शिप मैनजमेंट प्राइवेट लिमिटेड(मुंबई): अमेरिका ने इस कंपनी पर भी प्रतिबंध लगाया है. जो कि ईरानी तेल शिपमेंट से जुड़े जहाजों के प्रबंधन में शामिल है.

भारत पर ट्रंप ने लगाया 25 % टैरिफ

बता दें कि ट्रंप ने बुधवार को 1 अगस्त से भारत से आने वाले सभी सामानों पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की. राष्ट्रपति ने इसके साथ ही रूसी कच्चे तेल और सैन्य उपकरणों की खरीद पर एक अनिर्दिष्ट जुर्माना भी लगाने की घोषणा की. ट्रंप ने कहा, ‘यह निर्णय आंशिक रूप से ‘ब्रिक्स’ की वजह से लिया गया है और इसमें कुछ हद तक घाटे की भूमिका है. हमें बहुत बड़ा घाटा हुआ है. जैसा कि आप जानते हैं, प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी मेरे मित्र हैं लेकिन वे हमारे साथ व्यापार के मामले में बहुत ज्यादा जुड़े नहीं हैं.’

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Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
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