नई दिल्ली, अडानी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जुगेशिंदर रोबी सिंह ने समूह के संस्थापक और चेयरमैन गौतम अडानी के अमेरिका में रिश्वत देने के मामले में शामिल होने के आरोपों पर सोशल मीडिया पर सफाई देते हुए कहा- अडानी समूह की 11 सूचीबद्ध कंपनियों में किसी पर भी किसी तरह के गलत काम का आरोप नहीं लगाया गया है. उन्होंने कहा समूह वकील की मंजूरी मिलने के बाद अमेरिकी अभियोग पर एक विस्तृत टिप्पणी करेगा.
जुगेशिंदर रोबी सिंह ने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्त कर लिखा,”ऐसी बहुत सी खबरें हैं, जिनमें असंबंधित वस्तुओं को उठाकर सुर्खियां बनाने की कोशिश की गई है. मेरा विनम्र अनुरोध है कि हम कानूनी प्रक्रिया में प्रस्तुत मामले की विस्तृत समीक्षा करने के बाद समय पर जवाब देंगे.’
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी अदालत ने अभियोग पर फैसला नहीं सुनाया है, और जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग के वकीलों ने बताया है कि ये ”आरोप हैं और अभियुक्तों के निर्दोष होने का अनुमान है. समूह को संस्थापक और चेयरमैन गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिकी अभियोग के बारे में स्पष्ट रूप से 2 दिन पहले पता चला.
CFO ने कहा, ”हमें पता था कि कुछ चल रहा है (और फरवरी 2024 में हमने जोखिम कारकों में 144ए पेशकश परिपत्र का खुलासा किया।)” उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि कंपनी ने फरवरी 2024 में क्या खुलासा किया था. उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप के पास 11 सार्वजनिक कंपनियों का पोर्टफोलियो है और उनमें से कोई भी अभियोग के अधीन नहीं है. यानी ये कंपनियां हाल में न्यूयॉर्क की एक अदालत में वकील द्वारा दायर की गई किसी भी कानूनी कार्यवाही में प्रतिवादी नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि अभियोग अडानी ग्रीन के एक अनुबंध से संबंधित है, जो अडानी ग्रीन के कुल कारोबार का लगभग 10 प्रतिशत है. इस बारे में और भी बहुत कुछ सटीक और व्यापक विवरण है, जिसे हम उचित मंच पर विस्तार से बताएंगे.
बता दें कि गौतम अडानी पर अमेरिकी अभियोजकों ने सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की साजिश रचने का हिस्सा होने का आरोप लगाया है.वही समूह ने गुरुवार को इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि अमेरिकी अभियोजकों के आरोप निराधार हैं और समूह सभी कानूनों का अनुपालन कर रहा है.