Delhi Red Fort Blast : श्रीनगर। ‘सफेदपोश आतंकी’ मॉड्यूल मामले में कश्मीर के विभिन्न इलाकों से तीन सरकारी कर्मचारियों समेत करीब 10 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जांचकर्ताओं ने रात भर की छापेमारी के दौरान अनंतनाग, पुलवामा और कुलगाम जिलों से संदिग्धों को हिरासत में लिया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को लाल किला के पास हुए विस्फोट के बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में आतंकी तंत्र के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। लाल किला के पास हुए विस्फोट में अब तक कुल 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ में पता चला है कि उनमें से कुछ पिछले एक साल में तुर्किये भी गए थे। विस्फोटकों के भारी जखीरे की बरामदगी के सिलसिले में डॉक्टरों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि जांचकर्ताओं ने अब तक ‘सफेदपोश आतंकी’ मॉड्यूल के सिलसिले में 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की है। इस मॉड्यूल का खुलासा आतंकवादियों के दो गुर्गों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर किया गया, जिन्हें इस महीने की शुरुआत में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

हरियाणा में मौलवी इश्तियाक को दबोचा
फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय के पास अपने किराये के मकान में कथित तौर पर विस्फोटक रखने में मदद करने वाले हरियाणा के एक मौलवी को हिरासत में लेकर बुधवार सुबह श्रीनगर लाया गया। जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मौलवी इश्तियाक मेवात का है और अल फलाह विश्वविद्यालय के परिसर में धार्मिक प्रवचन देता था। यह विश्वविद्यालय ‘सफेद पोश आतंकी मॉड्यूल’ को लेकर खबरों में है जिसके तार सोमवार को लाल किले के पास हुए विस्फोट से जुड़े हैं। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने उसके घर से ही 2,500 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया था।
मौलवी इश्तियाक के आवास पर विस्फोटक सामग्री डॉ. मुजम्मिल गनई उर्फ मुसैब और डॉ. उमर नबी ने रखी थी। डॉ. नबी ही उस कार को चला रहा था, जिसमें सोमवार शाम लाल किले के बाहर विस्फोट हो गया था। इसमें 12 लोग मारे गए हैं। इश्तियाक को जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर मारे गए कई छापों के बाद हिरासत में लिया गया। उसे गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। वह इस मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाने वाला नौवां व्यक्ति होगा। जम्मू कश्मीर पुलिस ने 10 नवंबर को हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ मिलकर प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और अंसार गजवत-उल-हिंद के ‘सफेदपोश’ आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए अंतरराज्यीय स्तर पर छापेमारी की थी।




