जयपुर। मानसून के दौरान अभी तक राजस्थान के 33 में से 15 जिलों में ‘असामान्य’ बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के किसी भी जिले में वर्षा सामान्य से कम नहीं है। हालांकि, जल संसाधन विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, जैसलमेर ‘अति अल्पवृष्टि’ की श्रेणी में है जहां सामान्य से 60 प्रतिशत या उससे भी कम बारिश हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के वर्षा संबंधी मानदंडों के अनुसार, सामान्य से 20 प्रतिशत या इससे ज्यादा बारिश को ‘अतिवृष्टि’, सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक से लेकर सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश को ‘सामान्य वृष्टि’, सामान्य से 20 से 59 प्रतिशत तक कम बारिश को ‘अल्पवृष्टि’ और सामान्य से 60 प्रतिशत या इससे भी कम बारिश को ‘अति अल्पवृष्टि’ की श्रेणी में माना जाता है।
मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के 690 बांधों में जल भंडारण 15 जुलाई को कुल क्षमता 12580.03 एमक्यूएम का 58.09 प्रतिशत है, जो पिछले साल इसी अवधि में 43.67 प्रतिशत था। मौसम विज्ञान विभाग के जयपुर केन्द्र द्वारा जारी अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में 15 जुलाई तक सामान्य से 80.9 फीसदी ज्यादा ‘अतिवृष्टि’ दर्ज की गई है। राज्य में 1 जून से 15 जुलाई तक सामान्य वर्षा 146.39 मिमी है, जिसके मुकाबले इस साल राज्य में 264.75 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 80.9 प्रतिशत अधिक है।
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के 15 जिलों-अजमेर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, जयपुर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक और उदयपुर में ‘अतिवृष्टि’ दर्ज की गई है। विभाग के अनुसार, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, डूंगरपुर, हनुमानगढ़ और झालावाड़ में सामान्य वर्षा दर्ज की गई है। किसी भी जिले में ‘अल्पवृष्टि’ (सामान्य से 20 से 59 प्रतिशत तक कम बारिश) की स्थिति नहीं है। मौसम विभाग ने सोमवार को अलवर, दौसा, जयपुर, झुंझुनू, सीकर और टोंक में भारी बारिश और मंगलवार को अलवर, बारां, दौसा में भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है।