नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के हाथों हार को लेकर डरी हुई है और उसके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अपनी सभी एजेंसियों को गठबंधन के दमन के लिए तैनात कर दिया है।
‘आप’ की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब से विभिन्न विपक्षी दलों के एक साथ आने की बात हो रही है, गठबंधन के नेताओं को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने ऐसे नेताओं के नामों की एक सूची साझा की, जिनमें कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम शामिल हैं।
आतिशी ने कहा पिछले हफ्ते से, इन एजेंसियों की कार्रवाई तेज हो गई है। सबसे पहले, पत्रकारों के घरों पर छापे मारे गए और उनके मोबाइल फोन व लैपटॉप जब्त कर लिए गए, क्योंकि वे मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान बेरोजगारी बढ़ने को लेकर आवाज उठा रहे थे। इसके बाद अपनी आवाज उठाने के लिए कृषि भवन पहुंचीं टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा को दिल्ली पुलिस ने घसीटा। फिर (आम आदमी पार्टी के सांसद) संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘इंडिया’ गठबंधन से घबरा गए हैं। वे जानते हैं कि वे 2024 का लोकसभा चुनाव ‘इंडिया’ गठबंधन से हार जाएंगे। उन्होंने गठबंधन के नेताओं को परेशान करने और उनकी आवाज को दबाने के लिए अपनी सभी एजेंसियों को तैनात कर दिया है।
दिल्ली पुलिस ने चीन के समर्थन में प्रचार करने के लिए धन लेने के आरोप में ‘न्यूजक्लिक’ पोर्टल के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और उसके मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने लगभग 50 स्थानों पर छापेमारी की और कठोर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज मामले के संबंध में कई पत्रकारों से पूछताछ की थी।