तिरुवंतपुरम, केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार जीत हासिल करने की उम्मीद कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने नामांकन पत्रों में अपनी संपत्ति 55 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है.तिरुवनंतपुरम से मौजूदा सांसद थरूर ने वित्त वर्ष 2022-2023 में अपनी कुल आय 4.32 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है.
49 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति
थरूर ने अपने नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे में अपनी संपत्ति और देनदारियों का विवरण देते हुए कहा कि उनके पास 49 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति है जिसमें 19 बैंक खातों में जमा अलग-अलग धनराशि और विभिन्न बांड, डिबेंचर, म्यूचुअल फंड आदि में निवेश शामिल है.थरूर के हलफनामे के अनुसार, उनकी चल संपत्ति में 32 लाख रुपये मूल्य का 534 ग्राम सोना और 36,000 रुपये नकदी भी शामिल हैं.
थरूर की अचल संपत्ति 6.75 करोड़ रुपये से अधिक
थरूर की अचल संपत्ति 6.75 करोड़ रुपये से अधिक की है, जिसमें पलक्कड़ में 2.51 एकड़ कृषि भूमि में विरासत में मिला, भूखंड एक-चौथाई हिस्सा शामिल है, जिसकी कीमत अब 1.56 लाख रुपये है. इसके अलावा उनके पास तिरुवनंतपुरम में स्वयं अर्जित 10.47 एकड़ भूमि शामिल है, जिसकी कीमत फिलहाल 6.20 करोड़ रुपये से अधिक है.राज्य की राजधानी में स्थित उनके आवास की कीमत फिलहाल लगभग 52 लाख रुपये है.हलफनामे में कहा गया है कि सांसद के पास 2 कार मारुति सुजुकी और मारुति एक्सएल6 हैं.
शशि थरूर की एजुकेशन
थरूर फ्लेचर स्कूल ऑफ लॉ एंड डिप्लोमेसी (टफ्ट्स यूनिवर्सिटी, अमेरिका) से कानून एवं डिप्लोमेसी में PHD तक की पढ़ाई कर चुके हैं.साथ ही उनके पास पगेट साउंड विश्वविद्यालय, अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय संबंध में डॉक्टर ऑफ लेटर्स (मानद) उपाधि है.
देशभर में 9 मामलों में आरोपी के रूप में नामजद
थरूर देशभर में 9 मामलों में आरोपी के रूप में नामजद हैं.उनके खिलाफ ज्यादातर प्राथमिकी कथित तौर पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के से संबंधित हैं और केरल में एक मामला गैरकानूनी सभा और दंगे से संबंधित है.
हलफनामे में कहा गया है कि वह 4 मुकदमों का भी सामना कर रहे हैं, जिनमें से 2 मानहानि के हैं.मानहानि के 2 मामलों में से एक केरल और दिल्ली का है. उनके खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में कोलकाता में एक मामला दर्ज है.थरूर ने 2014 में अपनी संपत्ति 23 करोड़ से अधिक जबकि 2019 में 35 करोड़ रुपये से ज्यादा घोषित की थी.