नई दिल्ली। ये खबर सबको चिंता में डालने वाली है। क्योंकि ये सीधे आपके घर, आपके अपनों और खासकर उन लोगों से जुड़ी हैं जो रोजाना घर से कार या दुपहिया वाहनों में सवार हाेकर निकलते हैं। आपको उनकी यही चिंता सताती है कि वे सुरक्षित घर लौट आएं। लेकिन सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि हमारे देश में सड़क हादसों की स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि भयानक भी है। रिपोर्ट के के अनुसार वर्ष 2022 में कुल 4 लाख 61 हजार 312 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1 लाख 68 हजार 491 लोगों की जान चली गई, जबकि 4 लाख 43 हजार 366 लोग घायल हो गए।
मंत्रालय की तरफ से जारी भारत में सड़क दुर्घटनाएं-2022 शीर्षक वाली यह रिपोर्ट कहती है कि सालाना आधार पर सड़क हादसों की संख्या में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई और उनसे होने वाली मृत्यु की दर 9.4 प्रतिशत बढ़ी। हादसों में घायल होने वाले लोगों की संख्या में 15.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। रिपोर्ट के अनुसार देश में 2022 में कुल 4,61,312 सड़क हादसे हुए, जिनमें से 1,51,997 यानी 32.9 प्रतिशत हादसे एक्सप्रेस-वे एवं राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) पर हुए। वहीं 1,06,682 यानी 23.1 प्रतिशत हादसे राज्य राजमार्गों जबकि 2,02,633 यानी 43.9 प्रतिशत हादसे अन्य सड़कों पर हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में सड़क हादसों में कुल 1,68,491 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 61,038 यानी 36.2 प्रतिशत लोगों की जान राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुए हादसों, 41,012 यानी 24.3 प्रतिशत की मौत राज्य राजमार्गों पर और 66,441 यानी 39.4 प्रतिशत लोगों की जान अन्य सड़क हादसों में गई। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की यह वार्षिक रिपोर्ट राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस विभागों से प्राप्त डाटा/ जानकारी पर आधारित है। यह जानकारी एशिया-प्रशांत सड़क दुर्घटना डेटा (एपीआरएडी) आधार परियोजना के तहत एशिया व प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (यूएनईएससीएपी) द्वारा मानकीकृत प्रारूपों में जुटाई जाती है।