Ahmedabad plane crash : नई दिल्ली। सरकार ने बृहस्पतिवार को संसद में बताया कि पिछले महीने अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना के बाद, एअर इंडिया की उड़ानों के पायलटों के चिकित्सा अवकाश लिए जाने में मामूली वृद्धि देखी गई और अकेले 16 जून को ही 112 पायलट ने यह अवकाश ले लिया था। नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि पायलटों द्वारा अस्वस्थ होने की सूचना देने में मामूली वृद्धि हुई है तथा 16 जून को 51 कमांडरों ने बीमार होने की सूचना दी।
16 जून को 112 पायलटों ने मांगी थी छुट्टी : मुरलीधर मोहोल
निचले सदन के एक सदस्य ने यह जानना चाहा था कि क्या एअर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद बड़े पैमाने पर चालक दल के सदस्यों द्वारा अस्वस्थ होने की सूचना दी जा रही। मंत्री ने अपने उत्तर में बताया कि एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 दुर्घटना के बाद एयरलाइन के पायलटों के अस्वस्थ होने से संबंधित छुट्टियों में मामूली वृद्धि देखने को मिली है। सोलह जून 2025 को कुल 112 पायलटों ने अस्वस्थ होने की सूचना दी, जिनमें 51 कमांडर (पी1) और 61 ‘फर्स्ट ऑफिसर’ (पी2) शामिल थे।
एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डा से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई। विमान में सवार 242 लोगों में केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा। वहीं, विमान के इमारत से टकराने पर, दुर्घटनास्थल पर मौजूद 19 लोगों की भी जान चली गई। फरवरी 2023 में जारी नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के ‘मेडिकल सर्कुलर’ में एयरलाइनों को चालक दल/एटीसीओ (हवाई यातायात नियंत्रकों) के लिए मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के प्रतिकूल प्रभावों का पता लगाने के लिए एक अलग प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने की सलाह दी गई थी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य निगरानी के संबंध में, संगठनों (अनुसूचित और गैर-अनुसूचित ऑपरेटरों, उड़ान प्रशिक्षण संगठनों और भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण) को अपने कर्मचारियों के लिए एक सहायता कार्यक्रम शुरू करने की भी सलाह दी गई। मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वर्तमान में, विमान दुर्घटना के कारण जमीन पर नागरिकों को हुए नुकसान के लिए मुआवजे से संबंधित कोई विशिष्ट नीति नागर विमानन मंत्रालय के पास नहीं है।