भीलवाड़ा: राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के एक परिवार के सामने जो भी बोला वो मरा समझो। प्रधानमंत्री ने राजेश पायलट का जिक्र कर कहा कि कांग्रेस राजेश पायलट से साथ- साथ उनके बेटे सचिन पायलट को भी सजा देने में लगी है। कांग्रेस राजेश पायलट की खुन्नस बेटे से निकाल रही है। भीलवाड़ा के कोटड़ी में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
राजेश पायलट की 1997 की बगावत
आपको बता दें कि वर्ष 1997 में सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोक दी थी। हालांकि इस चुनाव में पायलट को हार का सामना करना पड़ा और गांधी परिवार के करीबी उनके प्रतिद्वंदी सीताराम केसरी ने जीत दर्ज की थी। दूसरा मौका साल 2000 में सामने आया। उस वक्त भी कांग्रेस से बगावत कर जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए दावा ठोक दिया था। इस चुनाव में भी राजेश पायलट ने गांधी परिवार का साथ नहीं दिया। वे जितेंद्र प्रसाद के साथ खड़े नजर आए थे। हालांकि इस बार भी पायलट खेमे को हार का सामना करना पड़ा। जितेंद्र प्रसाद को हराकर सोनिया गांधी अध्यक्ष बनीं।
राजेश पायलट की सियासत में एंट्री गांधी परिवार के जरिए
राजस्थान में 2020 में कांग्रेस ने बगावती तेवर अख्तियार करने वाले सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया था। सचिन पायलट की ही तरह उनके पिता राजेश पायलट भी कांग्रेस में रहते हुए बगावत कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने आखिरी दम तक पार्टी नहीं छोड़ी थी। वायु सेना में स्क्वाड्रन लीडर रहे राजेश पायलट की सियासत में एंट्री गांधी परिवार के जरिए ही हुई थी, लेकिन जब मौका आया तो उन्होंने गांधी परिवार को ही चुनौती दे दी थी।