पटाखों पर लगे प्रतिबंध को दरकिनार करते हुए इस बार भी लोगों ने दिवाली पर जमकर आतिशबाजी की। दिवाली की रात दिल्ली एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई। आतिशबाजी ने रात 8 बजे से रफ्तार पकड़ी और रात 12 बजे तक जोरशोर से चली। इस आतिशबाजी की वजह से कई जगहों पर हवा में प्रदूषण कई गुणा तक बढ़ गया। दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण के स्तर में काफी बढ़ोतरी देखी गई।
बड़े स्तर पर हुई आतिशबाजी की वजह से राजधानी में दिवाली के बाद दूसरे दिन भी प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में रहा। अशोक विहार और आरके पुरम इलाके बुरी तरह प्रभावित रहे। अशोक विहार में PM2.5 का लेवल 1450 के पार पहुंच गया, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदेह हैं।
सेलिब्रेशन के दूसरे दिन सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में उत्तरी दिल्ली का अशोक विहार रहा, जहां पीएम10 का लेवल रात 11 बजे 1951 µg/m³ तक पहुंच गया और PM2.5 का स्तर 1487 µg/m³ दर्ज किया गया। मसलन, 100 µg/m³ और 60 µg/m³ तक को सुरक्षित माना जाता है, और फिलहाल दिल्ली में इसका लेवल कई गुना ज्यादा है। आरके पुरम में भी बड़ी बढ़ोतरी देखी गई, जहां PM2.5 का लेवल मानक सीमा से 9 गुणा ज्यादा हो गया।
वहीं, लाजपत नगर में PM2.5 का स्तर 604 µg/m³ तक पहुंच गया, जो कि सुरक्षित माने जाने वाले स्तर से 10 गुणा ज्यादा है। आनंद विहार में अक्सर प्रदूषण का लेवल ज्यादा होता है, और यहां भी PM2.5 और PM10 का लेवल सामान्य से 10 गुना ज्यादा दर्ज किया गया। विवेक विहार में PM2.5 का लेवल 836 µg/m³ पाई गई, जो मानक सीमा से लगभग 14 गुणा ज्यादा थी, जो दर्शाता है कि इस त्योहार के दौरान दिल्ली में प्रदूषण की समस्या कितनी बड़ी थी। अन्य क्षेत्र जैसे मंदिर मार्ग, पटपड़गंज और जहांगीरपुरी में प्रदूषण का लेवल सामान्य से कई गुणा ज्यादा दर्ज किया गया।
वहीं दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी (DPCC) ने दावा किया है कि इस बार दिवाली पर प्रदूषण के स्तर पर 2023 की तुलना में मामूली बढ़ोतरी हुई है। 2024 में पीएम 10 का स्तर 2023 की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक रहा। पीएम 2.5 का स्तर तो 2023 की तुलना में 4 प्रतिशत कम रहा। बाकी सभी गैस प्रदूषक जैसे अमोनिया, एसओ-2, एनओ-2, सीओ, ओजोन-3 और बैनजी के स्तर तय मानकों के अंदर ही रहे। दिवाली पर पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 51 प्रतिशत की कमी आई। सभी छह राज्यों में 55 प्रतिशत की कमी देखी गई। AQI में 2023 की तुलना में 0.05 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 8 जगहों पर 2023 की तुलना में पीएम 10 का स्तर कम रहा। पीएम 2.5 का स्तर 13 जगहों पर पिछली दिवाली से कम रहा।