Wednesday, July 3, 2024
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कहीं खिसक न जाए परंपरागत वोट बैंक!


कुरैशी समाज की चेतावनी के बाद कांग्रेस नेताओं की उड़ी नींद 


जयपुर।

प्रदेश के कुरैशी समाज ने एकजुट होकर कांग्रेस पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि एकमुश्त कांग्रेस को वोट देने के बावजूद भी पार्टी ने समाज को कोई राजनीतिक नियुक्ति नहीं दी। ऐसे में अगले चुनाव में समाज ने कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाने तक की चेतावनी दे दी है। इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के नेताओं को परंपरागत मुस्लिम वोट बैंक खिसकने का डर सताने लगा है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस तरह का मामला सामने आने के बाद सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
   हाल ही में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी समाज के नेताओं में इस बात को लेकर काफी रोष था। कुरैशी समाज की प्रदेशभर में बड़ी आबादी निवास करती है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार समाज की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने आरोप लगया कि किसी सम्मानजनक राजनीतिक पद पर समाज के लोग नहीं हैं। इस दौरान समाज ने अगले चुनाव में 20 सीटों पर कुरैशी समाज के प्रत्याशी उतारने की मांग की।


नसीम पर मुकदमे के बाद आई यह स्थित…

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले दिनों कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज हुआ है, उसके बाद ही कुरैशी समाज में पार्टी का यह विरोध दिखाई दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द इस मामले को खत्म नहीं किया गया तो मुस्लिम समाज में यह मामला और तूल पकड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर आदर्शनगर विधायक रफीक खान ने भी नसीम पर हुए मुकदमे को सरासर गलत बताया है। खान का कहना है कि इस तरह अधिकारियों के कहने पर नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज करना बिल्कुल न्यायोचित नहीं है।


कांग्रेस के खिलाफ हो सकती है आवाज बुलंद…

सूत्रों के मुताबिक आगामी दिनों में अन्य मुस्लिम जातियां और संगठन भी कांग्रेस के खिलाफ आवाज बुलंद कर सकते हैं। ऐसे में प्रदेश के 9 मुस्लिम विधायकों और मुस्लिम बहुल सीटों से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले नेताओं की बैचेनी लगातार बढ़ रही है।

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