घायल अवस्था में मिली थी बाघिन
इलाज के दौरान हुई मौत
मप्र। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में एक घायल बाघिन की इलाज के दौरान मौत हो गई। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। मानपुर वन रेंजर मुकेश अहिरवार ने कहा कि एक गश्ती दल ने रिजर्व के देवरी बीट के अंतर्गत मधौ गांव के पास रविवार को बाघिन को घायल अवस्था में पाया था। उसके बाद उसे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सालय लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने बाघिन का इलाज किया। किंतु इलाज के दो घंटे बाद ही बाघिन की मौत हो गई।
संबंधित अधिकारी ने कहा कि, प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जानवर की पीठ पर चोट का निशान पाया गया है। चोट का कारण पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। फिल्हाल राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशा निर्देशों के अनुसार आगे कदम उठाए जा रहे हैं।
वर्तमान में इतने है बाघ—
यदि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की वर्तमान संख्या पर गौर करें तो 220 बाघ है। जबकि यहां पर 31 बाघों के रहने की क्षमता है।
अन्य रिजर्व—
इसी तरह कान्हा में 41 की क्षमता है जबकि 149 बाघ है। पन्ना में 32 की क्षमता है जहां 83 बाघ है। पेंच में 24 की क्षमता है जहां 129 बाघ है। संजय रिजर्व में 34 की क्षमता है और यहां 35 बाघ है। इसी तरह सतपुड़ा में 43 बाघों की क्षमता है जबकि यहां 90 बाघ है।