नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामे के बीच सांसदों के निलंबन का दौर मंगलवार को भी जारी रहा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने हंगामा कर रहे सांसदों पर सख्ती बरतते हुए 49 और सांसदों को निलंबित कर दिया। इस सत्र में निलंबित सांसदों की कुल संख्या 141 हो गई, जो निलंबन के मामले में अब तक की सबसे अधिक संख्या है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम, एनसीपी की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव उन सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही बाधित करने के लिए निलंबित किया। निलंबित सांसद सदन की सीढ़ियों के पास ही बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते लोकसभा में हुई सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी सांसद संसद के दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षा विफलता पर संसद को संबोधित करें। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कहा, मोदी-शाह ने सदन की गरिमा का अपमान किया है। गंभीर सुरक्षा चूक के बावजूद वो संसद में आकर बयान नहीं देते। मुझे बहुत दुःख है कि इतिहास में पहली बार इतने सांसदों को सस्पेंड किया गया। ये लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने जैसा है, सदन की मर्यादा पर गहरी ठेस है।
इस बीच टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की। उन्होंने राज्यसभा चेयरमैन के तौर पर सदन के संचालन के उनके तरीके का मजाक उड़ाया। इस दौरान राहुल गांधी भी सामने ही खड़े थे। वह हंसते दिखाई दिए और वीडियो भी बनाया।
सदन में उपराष्ट्रपति ने जताई आपत्ति
अब इस मामले पर खुद जगदीप धनखड़ ने नाराजगी जताई है। इसके अलावा उन्होंने राज्यसभा में भी इसका जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैंने अभी एक टीवी चैनल पर देखा, जब एक सांसद चेयरमैन का मजाक बना रहे थे और आपके एक बड़े नेता उसका वीडियो बना रहे थे। जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि उन्हें सदबुद्धि मिले। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि चेयरमैन का पद अलग होता है। पक्ष या विपक्ष के तौर पर राजनीतिक दल एक-दूसरे से भिड़ सकते हैं। लेकिन इससे चेयरमैन को दूर रखना चाहिए।
राहुल गांधी ने वीडियो को अपने फ़ोन में किया रिकॉर्ड
कल्याण बनर्जी ने प्रदर्शन के दौरान जगदीप धनखड़ के सदन चलाने के तरीके का मजाक बनाया और इसे देखकर विपक्ष के कई सांसद हंसते रहे। इसके अलावा राहुल गांधी भी हंस रहे थे और फिर कुछ देर बाद उन्होंने जेब से फोन निकाला और वीडियो बनाने लगे। गौरतलब है कि शीत सत्र में अब तक 92 सांसदों को हंगामे और अमर्यादित व्यवहार के चलते सस्पेंड किया जा चुका है।
बहस की जरूरत नहीं : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दैनिक जागरण अखबार को दिए एक साक्षात्कार में सुरक्षा उल्लंघन को “बहुत गंभीर” मामला बताया और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए, हालांकि उन्होंने कहा है कि इस पर बहस की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे मामले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का यही आचरण रहा तो 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी संख्या और कम हो जाएगी। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि बीजेपी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने संसद की सुरक्षा में सेंध को उचित ठहराने के प्रयासों पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह उतना ही चिंताजनक है जितना की सुरक्षा में सेंध का मुद्दा है।