जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पर्यवेक्षक टीम को राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए नियुक्त किया है। टीम में बाकी दो नाम राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सरोज पांडे शामिल हैं। माना जा रहा है कि शनिवार शाम तक ये पर्यवेक्षक राजस्थान पहुंच जाएंगे। इसके बाद रविवार को विधायकों की बैठक होगी।
भाजपा ने मध्य प्रदेश में विधायक दल के नेता के चयन के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य के. लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया। इसी तरह से छत्तीसगढ़ के सीएम फेस को चुनने की जिम्मेदारी बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल को सौंपी है। वहीं उनकी सहायता के लिए अर्जुन मुंडा को उनके साथ भेजा गया है।
इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बीती रात पूर्व सीएम राजे की मुलाकात हुई। इस दौरान उनके साथ सांसद दुष्यंत सिंह भी थे। यह मुलाकात करीब 1 घंटा 20 मिनट तक चली। मुलाकात के बाद राजे मीडिया से बात किए बिना ही चली गईं। इन सबके बीच आज जयपुर में भाजपा के पर्यवेक्षक आ रहे हैं, इसके बाद विधायक दल की बैठक होगी और उसमें मुख्यमंत्री के नाम का एलान किया जाएगा।
तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षक नवनिर्वाचित विधायकों की बैठकों के लिए संबंधित राज्यों की यात्रा करेंगे, जहां भविष्य के मुख्यमंत्रियों के नाम घोषित किए जाएंगे.’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पसंद पर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है और पार्टी तीनों मुख्यमंत्रियों को चुनने में सामाजिक, क्षेत्रीय, शासन और संगठनात्मक हितों को ध्यान में रखेगी.
तीन राज्यों के नेता गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों ने इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि इस तरह की बैठकें नियमित होती हैं. उन्होंने कहा, ‘राज्य के कई नेता हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व से मिल रहे हैं. केवल तीन मुख्यमंत्री हो सकते हैं. किसी को भी इसे ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि संभावितों में वे सांसद भी शामिल हैं जिन्होंने संसद से इस्तीफा दे दिया है और शिष्टाचार के तौर पर राष्ट्रीय नेताओं से मिल रहे हैं.