सिंगापुर: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लूंग, विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन और कुछ अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात की तथा द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के उपायों एवं हिंद-प्रशांत और पश्चिम एशिया क्षेत्र में स्थिति पर चर्चा की।
जयशंकर सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। वह शनिवार को यहां पहुंचे थे। उन्होंने रविवार को प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया और शनिवार को निवेशकों से मुलाकात की।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘द इस्ताना (राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का कार्यालय) में प्रधानमंत्री ली सेन लूंग से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री ली के द्विपक्षीय संबंधों के समर्थन के बारे में कहा, ‘‘भारत-सिंगापुर संबंधों पर उनकी सकारात्मक भावनाएं हमेशा हमारे संबंधों के लिए ताकत का स्रोत रही हैं।’’
बालाकृष्णन के अलावा, जयशंकर ने व्यापार एवं उद्योग मंत्री गन किम योंग और राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी समन्वय मंत्री टीओ ची हेन के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।
उन्होंने सिंगापुर के वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग और गृह एवं कानून मंत्री के. शानमुगम से भी मुलाकात की।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मिलकर खुशी हुई। द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की। अगली ‘आईएसएमआर’ बैठक की तैयारियों के बारे में बात की। हमारे राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे होने पर भी चर्चा की।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘हिंद-प्रशांत और पश्चिम एशिया पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।’’
बालाकृष्णन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अपने अच्छे मित्र एवं भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर का सिंगापुर में स्वागत कर हमेशा खुशी होती है।’’
उन्होंने कहा कि सिंगापुर और भारत के बीच मधुर संबंध हैं, जो कौशल विकास और डिजिटलीकरण तथा लोगों के बीच करीबी संबंध और द्विपक्षीय सहयोग पर आधारित है।
बालाकृष्णन ने कहा, ‘‘हमने क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर व्यापक चर्चा की। हमने माना कि द्विपक्षीय सहयोग अच्छी तरह से आगे बढ़ा है और दोनों देशों के बीच नियमित आदान-प्रदान बनाए रखना महत्वपूर्ण है।’
जयशंकर ने दिन की शुरुआत व्यापार और उद्योग मंत्री गन किम योंग से मुलाकात के साथ की। विदेश मंत्री ने ‘एक्स’ पर तस्वीर साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘व्यापार, अंतरिक्ष, हरित ऊर्जा, आपूर्ति श्रृंखला और रक्षा पर चर्चा की। आशा है कि भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय बैठक में इन्हें आगे बढ़ाया जाएगा।’’
इसके बाद उनकी मुलाकात टीओ ची हेन से हुई। इस मुलाकात को लेकर जयशंकर ने कहा, ‘‘सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के समन्वय मंत्री टीओ ची हेन से मिलकर अच्छा लगा। भारत में व्यापक बदलावों और हमारी साझेदारी के लिए उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों पर चर्चा की गई। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया।’’
सिंगापुर के वित्त मंत्री से मुलाकात के बाद जयशंकर ने पोस्ट किया, ‘‘उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग से मिलकर खुशी हुई। विशेष रूप से नए युग की प्रौद्योगिकियों पर हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने पर दृष्टिकोण साझा किया। साथ ही उभरती वैश्विक आर्थिक स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’
विदेश मंत्री का फिलीपीन और मलेशिया की यात्रा करने का भी कार्यक्रम है।
विदेश मंत्रालय ने जयशंकर की रवानगी से पहले कहा था कि 23 से 27 मार्च तक की उनकी यात्रा के दौरान तीनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।