जगतियाल (तेलंगाना),पहले परिवार और अब शक्ति को लेकर विपक्ष की टिप्पणी को PM मोदी ने अपना हथियार बना लिया है.एक दिन पहले राहुल गांधी ने मुंबई में न्याय यात्रा के समापन पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि हिंदू धर्म में एक शक्ति होती है,और हमारी लड़ाई एक शक्ति के खिलाफ है.वहीं रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में लड़ाई ‘शक्ति के विनाशकों’ और ‘शक्ति के उपासकों’ के बीच है और 4 जून को स्पष्ट हो जाएगा कि कौन ‘शक्ति’ का विनाश करने वाला है और किसे ‘शक्ति’ का आशीर्वाद प्राप्त है.
राहुल गांधी ने क्या कहा था ?
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के अवसर पर मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, ‘‘मुंबई से आज ‘हिंदुस्तान की आवाज़’ निकली है-देश को बांटने का मंसूबा रखने वाली शक्ति, ‘इंडिया’ की शक्ति को कभी नहीं हरा सकती.उन्होंने कहा,”नरेन्द्र मोदी एक नकारात्मक शक्ति का मुखौटा हैं.वही शक्ति, जिसने हिंदुस्तान की संस्थाओं को गुलाम बना लिया है, वही शक्ति, जो भारत के किसान-मज़दूर, युवा-महिला, गरीब और छोटे उद्योगों को निचोड़ कर सब कुछ अपने चंद अरबपति मित्रों पर लुटा देना चाहती है, वही शक्ति, जो देश में आज भ्रष्टाचार की मोनोपोली है.अब इस शक्ति को करारा जवाब देने का वक्त है.इस रैली में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल कनक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ के घटक दल के सभी प्रमुख नेता मौजूद थे.
‘शक्ति’ को पीएम मोदी ने बनाया हथियार
राहुल की इसी टिप्पणी को हथियार बना प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना की रैली में विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा. रैली में पहुंची महिलाओं को संबोधित करते हुए मोदी ने उन्हें शक्ति स्वरूपा कहकर संबोधित किया और कहा कि वे शक्ति का रूप धारण कर उन्हें आशीर्वाद देने आई हैं.
”मेरे लिए हर मां-बेटी शक्ति का रूप है”
PM मोदी ने कहा कि चुनाव घोषित होने के बाद रविवार को मुंबई में ‘इंडी’ अलायंस की ‘सबसे महत्वपूर्ण’ रैली थी और उस रैली में उन्होंने अपना घोषणापत्र जाहिर किया. मोदी ने कहा,”उन्होंने कहा है कि उनकी लड़ाई ‘शक्ति’ के खिलाफ है.मेरे लिए हर मां-बेटी शक्ति का रूप है. मैं आपकी शक्ति के रूप में पूजा करता हूं. भारत मां का पुजारी हूं.मैं आप शक्ति स्वरूपा सब बहन बेटियों का पुजारी हूं.और जिन्होंने कल शिवाजी पार्क में… ‘इंडी’ अलायंस ने अपने घोषणापत्र में शक्ति को खत्म करने के लिए कहा है… मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूं.मैं शक्ति स्वरूपा माताओं-बहनों के लिए जान की बाजी लगा दूंगा… जीवन खपा दूंगा.”
”क्या कोई शक्ति के विनाश की बात कर सकता है ?”
उन्होंने सवालिया अंदाज में जनसूह से पूछा कि क्या भारत की धरती पर कोई ‘शक्ति’ के विनाश की बात कर सकता है? और क्या ‘शक्ति’ का विनाश हमें मंजूर है?,मोदी ने कहा कि पूरा हिन्दुस्तान ‘शक्ति’ की आराधना करता है और उनकी सरकार ने तो चंद्रयान की सफलता को भी ‘शिव शक्ति’ का नाम दिया.और ये लोग शक्ति के विनाश का बिगूल फूंक रहे हैं, मताएं-बहनें, शक्ति स्वरूपा आप हैं.क्या ऐसे लोगों को शक्ति का विनाश करने का मौका देंगे क्या? शक्ति का विनाश करने वालों का विनाश होना चाहिए या नहीं होना चाहिए?
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही दुनिया के सबसे बड़ा लोकतंत्र का उत्सव प्रारंभ हो चुका है और 13 मई को तेलंगाना के लोग नया इतिहास रचने वाले हैं.उन्होंने कहा कि 13 मई को तेलंगाना में होने वाला मतदान ‘विकसित भारत’ के लिए होगा और जब भारत विकसित होगा तो तेलंगाना भी विकसित होगा.
”4 जून को 400 पार”
पीएम मोदी ने दावा किया कि तेलंगाना में भाजपा के लिए जन समर्थन लगातार बढ़ रहा है. यहां आया जन सैलाब इसका प्रमाण है.तेलंगाना में भाजपा की लहर, कांग्रेस और बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) का सूपड़ा साफ कर देगी.इसलिए आज पूरा देश कह रहा है. 4 जून को 400 पार.
परिवारवाद पर फिर साधा निशाना
परिवारवाद के नाम पर एक बार फिर विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि उनका पूरा इतिहास उठाकर देख लीजिये, देश में जितने भी बड़े घोटाले हुये हैं उनके पीछे कोई न कोई परिवारवादी पार्टी ही मिलेगी’ उन्होंने ने कहा,”एक ओर वो कांग्रेस पार्टी है, जिसने तेलंगाना के सपनों को कुचला है.दूसरी ओर वो बीआरएस है, जिसने यहां के लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल किया, सत्ता पाई और बाद में जनता से ही विश्वासघात कर दिया”.आरोप लगाया कि तेलंगाना निर्माण के पहले 10 वर्षों तक बीआरएस ने तेलंगाना को जमकर लूटा और अब कांग्रेस ने तेलंगाना को अपना ‘एटीएम स्टेट’ बना लिया है.