मुंबई,कांग्रेस से निष्कासित किये जाने के एक दिन बाद पूर्व सांसद संजय निरुपम ने गुरुवार को पार्टी पर जमकर निशाना साधा और दावा किया कि पार्टी नेतृत्व में जबरदस्त अहंकार है.यह भी कहा कि कांग्रेस इतिहास बन चुकी है और उसका कोई भविष्य नहीं है.
”एमवीए तीन ‘बीमार इकाईयों’ का एक विलय है”
निरुपम ने कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) तीन ‘बीमार इकाईयों’ का एक विलय है.विपक्षी एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद चंद्र पवार (राकांपा-एसपी) शामिल है.
”कांग्रेस नेतृत्व में जबरदस्त अहंकार”
निरुपम ने आरोप लगाया, ”कांग्रेस नेतृत्व में जबरदस्त अहंकार है.कांग्रेस की मुंबई इकाई के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि जो लोग अपने राजनीतिक मृत्युलेख लिखना चाहते हैं उन्हें 4 जून के बाद अपनी जमीन खिसकती हुई महसूस होगी. बता दें कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए मतगणना 4 जून को होगी.
अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों पर संज्ञान लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार देर रात को निरुपम के निष्कासन को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी थी.निरुपम को 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है
”धर्मनिरपेक्षता का मतलब अपने धर्म की अवहेलना करना नहीं”
संजय निरुपम ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने जनता के बीच जो कहा, वह कांग्रेस के खिलाफ नहीं था बल्कि वह पार्टी से शिवसेना-यूबीटी के सामने आत्मसमर्पण नहीं करने को कह रहे थे.धर्मनिरपेक्षता का मतलब अपने धर्म की अवहेलना करना नहीं है.निरुपम ने दावा किया, ”नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता, जो धर्म का विरोध करती थी और वामपंथियों के प्रभाव में थी, समाप्त हो चुकी है.”
ये है कांग्रेस में पांच पावर सेंटर
निरुपम ने कहा कि कांग्रेस में पांच पावर सेंटर हैं, गांधी परिवार के तीन सदस्य, एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल.