Makar Sakranti: मकर संक्रांति का पतंगों और सूर्य से क्या संबंध है?
मकर संक्रांति का परिचयमकर संक्रांति उस दिन को दर्शाता है जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है।लेकिन पतंगों और इस उत्सव का क्या संबंध है? चलिए जानते हैं!
सूर्य की यात्रा – एक आकाशीय घटनामकर संक्रांति वह दिन है जब सूर्य अपनी उत्तरायण यात्रा शुरू करता है,यह आकाशीय परिवर्तन नए प्रकाश, गर्मी और समृद्धि की शुरुआत मानी जाती है।
सूर्य और मकर संक्रांति का संबंधमकर संक्रांति पर सूर्य की पूजा की जाती है,क्योंकि यह सर्दी के अंत और फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। यह समृद्धि और खुशी का समय है!
पतंगों का क्या संबंध है? आकाश की ओर उत्सवपतंग उड़ाना, बोझ को हल्का करने का प्रतीक है और यह सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को घर में आमंत्रित करने का एक तरीका है। यह नए शुरुआत की ओर एक आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक भी है।
पतंग उड़ाने की परंपरा – केवल मनोरंजन नहींमकर संक्रांति पर पतंग उड़ाना सिर्फ मज़ा नहीं है,यह अंधकार और अज्ञान पर विजय का प्रतीक है। जितनी ऊँची पतंग उड़ती है, उतना अधिक भाग्य प्राप्त होता है!
पतंगों से मकर संक्रांति की भावनापतंगों के रंग-बिरंगे रूप आशा, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक हैं, जो मकर संक्रांति के नये जीवन और विकास के संदेश से मेल खाते हैं। सूर्य और पतंग दोनों की चमक बढ़े!
निष्कर्ष – रोशनी, पतंगों और नयी शुरुआत का उत्सवमकर संक्रांति पर, जैसे-जैसे सूर्य ऊँचा उठे, वैसे-वैसे आपकी आत्मा भी पतंगों के साथ ऊँची उड़ान भरें! नए अवसरों और नई शुरुआत का उत्सव मनाएं।